बागपत : गांव से पलायन कर चुका बसौद गांव के हामिद का आविष्कार हवा में गुम हो गया है। प्रदेश सरकार से निराशा मिलने के बाद अब उसने केंद्र सरकार का दरवाजा खटखटाया है। हवा के इंजन को पेटेंट कराने के लिए अब तक वह तमाम अधिकारियों से गुहार लगा चुका है।
हामिद ने 22 साल के अथक प्रयास के बाद हवा से चलने वाला इंजन बनाया है। वह कई बार इंजन को पेटेंट कराने की मांग कर चुका है। जिला प्रशासन समेत आलाधिकारियों से वह दर्जनों बार इंजन को पेटेंट कराने की मांग कर चुका है। प्रदेश सरकार से भी गुहार लगाई, लेकिन उसकी कोई सुनवाई नहीं हुई। अब उसने केंद्र सरकार से इंजन को पेटेंट कराने की गुहार लगाई है।
हामिद के मुताबिक, यदि इंजन पेटेंट न हुआ तो वह बर्बाद हो जाएगा। लाखों रुपये खर्च करके उसने इंजन को बनाया है। चेताया कि यदि इंजन पेटेंट नहीं होता है तो वह कलक्ट्रेट पर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर देगा।
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